पतंग कैसे उड़ती है
:-आपने अपने जीवन में कभी ना कभी तो पतंग अवश्य ही
उड़ाई होगी कभी ना कभी आपके मन में यह प्रश्न भी आवश्यक उठा होगा कि पतंग को आकाश ने कैसे उठाया जा सकता है
:-उड़ती पतंग पर दो बल कार्य करते हैं वायु के कारण अभी प्लान डोरी का तनाव और उसका पास एक कौन से उड़ती पतंग पर वायु के आघात द्वारा अभी प्लावन उसके पृष्ठ के नीचे समस्त भागों पर कार्य करता है परंतु पूर्ण प्रभास एक बिंदु पर कार्य करने वाले एक अभी प्लावन के समान होता है यह प्रणोद दो अवयवों के तुल्य लिया जा सकता है पतंग की सतह के साथ साथ कार्यशील प्रमोद और प्रभाव नहीं पड़ता
:-इसलिए केवल वायु अभी प्लावन का प्रभावी अवयव ही सामान्य अभी फ्लावर है जो पतंग के लिए जाने वाले उत्थान के लिए उत्तरदाई है
:-यह सामान्य प्राण भी एक लंबवत ghatak के समान विचार किया जा सकता है जो पतंग को ऊपर की दिशा में उत्थान प्रधान करता है
:-एक क्षितिज प्रभाव प्रभाव पतंग को सतीश दिशा में खींचता है सामान्य अभी प्लावन वायु और पतंग के माध्यम अपेक्षित वेद और वायु की दिशा में पतंग की आरती कॉल पर निर्भर करता है
:-दूसरे शब्दों में पतंग की सत्ता के विपरीत वायु का प्रभाव समान प्रभाव उत्पन्न करता है करता जब वायु शांत होती है तो पतंग अधिक तीव्र वेग से उड़ती है पतंग को पर्याप्त दूरी पर ले जाकर छोड़ते हैं और दूसरी और उस को शीघ्रता के साथ खींचा जाता है इसके परिणाम में पतंग को उत्थान मिलता मिल जाता है उड़ान के लिए प्रणोद एक आवश्यक अवस्था है इस प्रकार पतंग का कार्य करने वाले इंदौर बालों के कारण ही पतंग आकाश में आसानी से उड़ ती रहती है